सार बचन राधास्वामी कविता, से कुछ अंश, खंड १,' स्वामीजी महाराज (शाकाहारी) द्वारा, दो भाग का भाग १2020-10-24ज्ञान की बातें विवरणडाउनलोड Docxऔर पढो“जब, नाम के लगातार जाप द्वारा, उनकी सूरत (आत्मा) जागृत हो जाती है, वे आंतरिक रूप से शबद सुनते हैं।”