अंदरूनी शांति के संत और अनुसरण, 2 भाग का भाग 2।2024-06-14प्रदर्शनविवरणडाउनलोड Docxऔर पढो“आप स्वर्ग से, ईश्वर से, अपने निर्माता से बंधे हैं। अपने पंखों की हर धड़कन और अपने गीतों के हर स्वर में, उनकी स्तुति करो। उन्होंने आपको सबसे बड़ा उपहार दिया है, हवा की आज़ादी।””